प्राचीनकाल में जहां राजा महाराजाओं या सेठ साहूकारों को जलाया जाता था उन स्थानों पर उनकी स्मृति के रूप में जो इमारत बनाई जाती थी उसे छतरी कहते हैं।
आज हम आपको बताने वाले हैं कि राजस्थान में 32 खभों की छतरी कहां पर स्थित है ?
आपको बता दें कि राजस्थान में 32 खभों की कई छतरियां हैं, जिनमें मुख्य रूप से सवाई माधोपुर की रणथंभोर में स्थित छतरी है।
यहां पर हम्मीर देव चौहान ने अपने पिता जैत्रसिंह की याद में उनके 32 वर्ष के शासनकाल की याद में छतरी का निर्माण करवाया, इसी छतरी पर बैठकर हम्मीर देव न्याय करते थे। इस कारण इसे न्याय की छतरी भी कहते हैं, इसको धौलपुर के लाल पत्थर से बनाया गया हैं।
इसके अलावा भीलवाड़ा के बदनोर में भी 32 खभों की छतरी स्थित है इसे जोधसिंह ने बनवाया था।
भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में भी 32 खभों की छतरी स्थित हैं, यह छतरी जगन्नाथ कस्वां की हैं।
इसमें हिंदू मुस्लिम शैली का प्रयोग किया गया है एवं इस छतरी पर शिवलिंग बना हुआ हैं। जिसकी ऊंचाई 5 फिट हैं।