पहली बार नहीं हुआ हैं थप्पड़कांड, इससे पहले भी कई बार चर्चा में आ चुके हैं ऐसे मामले
राजस्थान में हो रहे उपचुनाव के दौरान देवली उनियारा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था इसके बाद मामला गरमा गया, लेकिन राजस्थान में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई बार मंत्री एवं विधायक इस तरीके से अधिकारियों के थप्पड़ जड़ चुके हैं।
1997 में मंत्री देवी सिंह ने की थी मारपीट
साल 1997 में राजस्थान में भाजपा की सरकार थी और भैरोसिंह शेखावत उस समय मुख्यमंत्री थे।
भैरों सिंह की सरकार में सिंचाई मंत्री देवीसिंह भाटी ने विभाग के तत्कालीन सचिव पीके देव को अपने चेंबर में बुलाया और मारपीट कर दी।

इसके बाद सचिव पीके देव जब देवी सिंह के चैंबर से बाहर निकले तो मारपीट के निशान दिख रहे थे।
पीके देव भी उसे समय मुख्यमंत्री के सचिव सुनील अरोड़ा के पास चले गए जो कि बाद में देश के मुख्य चुनाव आयुक्त भी रहे थे।
सुनील अरोड़ा उन्हें मुख्यमंत्री भेरोसिंह शेखावत के पास लेकर चले गए।
सचिव पीके देव ने पुरा घटनाक्रम मुख्यमंत्री शेखावत को बताया तो भैरोसिंह शेखावत ने एक्शन लेते हुए देवी सिंह भाटी से इस्तीफा मांग लिया और भाटी को मंत्री पद से हटा दिया गया।
पीके देव ने मुकदमा दर्ज कराया
इसके बाद पीके देव ने अशोक नगर थाने में देवीसिंह भाटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था, इसके बाद इस मुकदमा को सीआईडी सीबी को सौंप दिया गया।
2019 में सीआईडी सीबी ने इस मामले में देवी सिंह भाटी के खिलाफ चालान पेश किया, 2022 के अगस्त में हाईकोर्ट में चार्जशीट को खारिज कर दिया था।